नई दिल्ली. स्वामी असीमानंद द्वारा फरवरी 2007 में हुए समझौता एक्सप्रेस बम धमाके मामले में शामिल होने की बात कबूल करने की खबर आने के बाद संघ में उबाल आ गया है। आरएसएस ने इसे हिंदू संगठनों के खिलाफ साजिश बताया है। संघ के प्रवक्ता राम माधव ने कहा कि केंद्र सरकार लंबे समय से हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों को जबरन अपराधिक मामलों में फंसा रही है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक असीमानंद ने सीबीआई के सामने कबूल किया है कि समझौता एक्सप्रेस धमाके में हिंदूवादी संगठनों का हाथ था। फरवरी, 2007 में समझौता एक्सप्रेस में हुए विस्फोट में 68 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें अधिकांश पाकिस्तान के निवासी थे। असीमानंद ने कथित रूप से कहा, मैंने सभी से कहा है कि बम का जवाब बम से देना चाहिए और हिंदू चुप बैठे हैं जो ठीक नहीं है।’
खबर के मुताबिक असीमानंद ने सीबीआई के सामने अपने बयान में मक्का मस्जिद और अजमेर दरगाह ब्लास्ट मामलों से आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के कथित संबंधों के बारे में भी कई ‘राज’ खोले हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि किस तरह प्रज्ञा ठाकुर, सुनील जोशी, इंद्रेश कुमार और अन्य लोगों ने देशभर में आतंकी हमले की साजिश रची। असीमानंद ने यह बयान सीआरपीसी की धारा 164 के तहत एक मजिस्ट्रेट के सामने दिया जिसे इस मामले में अहम सबूत माना जाएगा।Dainik bhaskar
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक असीमानंद ने सीबीआई के सामने कबूल किया है कि समझौता एक्सप्रेस धमाके में हिंदूवादी संगठनों का हाथ था। फरवरी, 2007 में समझौता एक्सप्रेस में हुए विस्फोट में 68 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें अधिकांश पाकिस्तान के निवासी थे। असीमानंद ने कथित रूप से कहा, मैंने सभी से कहा है कि बम का जवाब बम से देना चाहिए और हिंदू चुप बैठे हैं जो ठीक नहीं है।’
खबर के मुताबिक असीमानंद ने सीबीआई के सामने अपने बयान में मक्का मस्जिद और अजमेर दरगाह ब्लास्ट मामलों से आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के कथित संबंधों के बारे में भी कई ‘राज’ खोले हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि किस तरह प्रज्ञा ठाकुर, सुनील जोशी, इंद्रेश कुमार और अन्य लोगों ने देशभर में आतंकी हमले की साजिश रची। असीमानंद ने यह बयान सीआरपीसी की धारा 164 के तहत एक मजिस्ट्रेट के सामने दिया जिसे इस मामले में अहम सबूत माना जाएगा।Dainik bhaskar
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