अमरीकी सेना के लिए सुलभ शौचालय
भारत सहित कई देशों में शौचालय उपलब्ध करा चुके ग़ैर सरकारी संगठन 'सुलभ इंटरनेशनल' अब अफ़ग़ानिस्तान में अमरीकी सेना के लिए एक ख़ास तरह के शौचालय बनाने की तैयारी में है.
सार्वजनिक सुविधाओं के क्षेत्र में पिछले चार दशकों से काम कर रहा यह संस्थान इससे पहले क़ाबुल में शौचालय उपलब्ध करवा चुका है लेकिन ये पहली बार है कि जब अमरीकी सेना ने खुद उनसे ये आग्रह किया गया है.
हमारी संस्था ने कुछ वर्ष पहले ही काबुल नगर पालिका को सहयोग देते हुए वहाँ कुछ शौचालय तैयार किए थे लेकिन इस बार अमरीकी सेना ने हमसे सहयोग माँगा है और हमारी संस्था उनकी पूरी मदद करेगी
डॉक्टर बिन्देश्वर पाठक
अमरीकी सेना ने ख़ास तरीक़े के 'बायो गैस' से संचालित शौचालय की मांग की है. सेना चाहती है की इस तरीके के कारगर और सस्ते शौचालय क़ाबुल में सभी जगह स्थापित किए जाएँ.
खास शौचालय
सुलभ इंटरनेशनल काबुल नगर पालिका के लिए अब तक कई शौचालय बना चुका है.
सुलभ के प्रमुख डॉक्टर बिन्देश्वर पाठक का कहना है, " हमारी संस्था ने कुछ वर्ष पहले ही काबुल नगर पालिका को सहयोग देते हुए वहाँ कुछ शौचालय तैयार किए थे लेकिन इस बार अमरीकी सेना ने हमसे सहयोग माँगा है और हमारी संस्था उनकी पूरी मदद करेगी."
डॉक्टर पाठक कहते हैं कि ये उनके और उनकी संस्था के लिए गर्व की बात है कि उनके द्वारा निर्मित तकनीक का इस्तेमाल अब दूसरे देश भी करना चाहते हैं.
सुलभ की ये तकनीक भारत के गैर परम्परागत ऊर्जा स्रोत मंत्रालय द्वारा भी अधिकृत है.
'सुलभ इंटरनेशनल' भारत के अलावा दक्षिण अफ्रीका, चीन, भूटान, नेपाल और इथोपिया समेत 10 अन्य देशों में शौचालय से संबंधित तकनीक दे चुका है.bbc hindi
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