नई दिल्ली. पूरब कोहली सहित बॉलीवुड के कई सितारों को यातायात नियमों का उल्लंघन करना भारी पड़ सकता है। इन पर दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर में बिना हेलमेट बाइक चलाने के आरोप से जुड़ा मामला सामने आया है।
दरअसल, बॉलीवुड की नई फिल्म 'टर्निंग 30' के प्रमोशन में सिलसिले में यहां आए पूरब, अभिनेत्री गुल पनाग सहित कई कलाकारों ने यूनिवर्सिटी कैम्पस में बिना हेलमेट पहने बाइक सवारी का लुत्फ उठाया। चूंकि दिल्ली यातायात पुलिस के नियमों के मुताबिक महिलाओं को बिना हेलमेट बाइक चलाने की छूट है ऐसे में पनाग के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती लेकिन अन्य बाइक सवार कलाकारों पर दिल्ली पुलिस की नजर है। हालांकि गुल पनाग को बिना रजिस्ट्रेशन वाली बाइक चलाने के बारे में जवाब देना पड़ सकता है।
क्या है कानून
दिल्ली में 1999 से ही महिलाओं को दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। देश में यह शायद पहला शहर है जहां महिलाओं को इस तरह की छूट मिली है। केंद्रीय मोटर वाहन नियमों के मुताबिक दो पहिया वाहन चलाने वाले और पीछे बैठने वाले हर व्यक्ति को हेलमेट पहनना जरूरी है। हालांकि राज्य सरकारें अपनी तरफ से इन नियमों में कुछ छूट देती हैं।
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक राजधानी में सिख समुदाय के लोगों द्वारा विरोध किए जाने के बाद ऐसा नियम बनाया गया है। सिख पुरुषों का कहना था कि वह पगड़ी के ऊपर हेलमेट नहीं पहन सकते और महिलाओं को दुपट्टे से अपना सिर ढंकना रहता है ऐसे में वो भी हेलमेट नहीं पहन सकतीं। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने 1999 में एक अधिसूचना जारी कर सभी महिलाओं और सिख समुदाय के पुरुषों को बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने की मंजूरी दे दी।
हालांकि यातायात मामलों के जानकार इसे 'बेतुका' बताते हुए कहते हैं कि इससे महिलाओं की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह लापरवाही झलकती है। ब्रिटेन जैसे देशों में तो ऐसे बच्चों को बाइक पर बिठाकर सड़क पर निकलने पर मनाही है जिनके बाइक पर बैठने के बाद पैर जमीन तक नहीं पहुंचते। ट्रैफिक पुलिस को सुनिश्चित करना चाहिए कि बिना हेलमेट के कोई सवारी न करे। हालांकि भारत में बच्चों और दिल्ली में महिलाओं के लिए हेलमेट पहनने का कोई नियम नहीं है। लेकिन सुरक्षा सभी के लिए जरूरी है और बिना हेलमेट वाली महिलाओं के लिए भी जुर्माने का प्रावधान होना चाहिए।
कोट
'मौजूदा कानून के मुताबिक बिना हेमलेट दोपहिया वाहन चलाने पर महिलाओं के लिए जुर्माने का प्रावधान नहीं है। लेकिन फिल्म से जुड़े कलाकारों का यह मामला हमारे संज्ञान में आता है कि कुछ बाइकर्स ने यातायात के नियमों का उल्लंघन किया है तो हम मामले की जांच कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।'
सत्येंद्र गर्ग, ज्वाइंट कमिश्नर आफ पुलिस (ट्रैफिक) दिल्ली
टर्निंग 30 के बारे में
'टर्निंग 30' एक ऐसी महिला की कहानी पर आधारित फिल्म है जिसकी उम्र 30 वर्ष की होते ही जिंदगी में उसे कई बदलाव देखने को मिलते हैं। चाहे वो करियर में हो या लव लाइफ में।
फिल्म के निर्माता प्रकाश झा हैं जबकि इस फिल्म की कहानी लिखा और निर्देशित किया है अलंकृता श्रीवास्तव ने। गुल पनाग, पूरब कोहली, सिड मक्कड़ ने इस फिल्म में प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं। सिद्धार्थ सुहास ने फिल्म में संगीत दिया है। dainik bhaskar
दरअसल, बॉलीवुड की नई फिल्म 'टर्निंग 30' के प्रमोशन में सिलसिले में यहां आए पूरब, अभिनेत्री गुल पनाग सहित कई कलाकारों ने यूनिवर्सिटी कैम्पस में बिना हेलमेट पहने बाइक सवारी का लुत्फ उठाया। चूंकि दिल्ली यातायात पुलिस के नियमों के मुताबिक महिलाओं को बिना हेलमेट बाइक चलाने की छूट है ऐसे में पनाग के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती लेकिन अन्य बाइक सवार कलाकारों पर दिल्ली पुलिस की नजर है। हालांकि गुल पनाग को बिना रजिस्ट्रेशन वाली बाइक चलाने के बारे में जवाब देना पड़ सकता है।
क्या है कानून
दिल्ली में 1999 से ही महिलाओं को दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। देश में यह शायद पहला शहर है जहां महिलाओं को इस तरह की छूट मिली है। केंद्रीय मोटर वाहन नियमों के मुताबिक दो पहिया वाहन चलाने वाले और पीछे बैठने वाले हर व्यक्ति को हेलमेट पहनना जरूरी है। हालांकि राज्य सरकारें अपनी तरफ से इन नियमों में कुछ छूट देती हैं।
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक राजधानी में सिख समुदाय के लोगों द्वारा विरोध किए जाने के बाद ऐसा नियम बनाया गया है। सिख पुरुषों का कहना था कि वह पगड़ी के ऊपर हेलमेट नहीं पहन सकते और महिलाओं को दुपट्टे से अपना सिर ढंकना रहता है ऐसे में वो भी हेलमेट नहीं पहन सकतीं। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने 1999 में एक अधिसूचना जारी कर सभी महिलाओं और सिख समुदाय के पुरुषों को बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने की मंजूरी दे दी।
हालांकि यातायात मामलों के जानकार इसे 'बेतुका' बताते हुए कहते हैं कि इससे महिलाओं की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह लापरवाही झलकती है। ब्रिटेन जैसे देशों में तो ऐसे बच्चों को बाइक पर बिठाकर सड़क पर निकलने पर मनाही है जिनके बाइक पर बैठने के बाद पैर जमीन तक नहीं पहुंचते। ट्रैफिक पुलिस को सुनिश्चित करना चाहिए कि बिना हेलमेट के कोई सवारी न करे। हालांकि भारत में बच्चों और दिल्ली में महिलाओं के लिए हेलमेट पहनने का कोई नियम नहीं है। लेकिन सुरक्षा सभी के लिए जरूरी है और बिना हेलमेट वाली महिलाओं के लिए भी जुर्माने का प्रावधान होना चाहिए।
कोट
'मौजूदा कानून के मुताबिक बिना हेमलेट दोपहिया वाहन चलाने पर महिलाओं के लिए जुर्माने का प्रावधान नहीं है। लेकिन फिल्म से जुड़े कलाकारों का यह मामला हमारे संज्ञान में आता है कि कुछ बाइकर्स ने यातायात के नियमों का उल्लंघन किया है तो हम मामले की जांच कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।'
सत्येंद्र गर्ग, ज्वाइंट कमिश्नर आफ पुलिस (ट्रैफिक) दिल्ली
टर्निंग 30 के बारे में
'टर्निंग 30' एक ऐसी महिला की कहानी पर आधारित फिल्म है जिसकी उम्र 30 वर्ष की होते ही जिंदगी में उसे कई बदलाव देखने को मिलते हैं। चाहे वो करियर में हो या लव लाइफ में।
फिल्म के निर्माता प्रकाश झा हैं जबकि इस फिल्म की कहानी लिखा और निर्देशित किया है अलंकृता श्रीवास्तव ने। गुल पनाग, पूरब कोहली, सिड मक्कड़ ने इस फिल्म में प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं। सिद्धार्थ सुहास ने फिल्म में संगीत दिया है। dainik bhaskar
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